1) लालिमा: घाव वाले क्षेत्र के चारों ओर लालिमा बढ़ जाना।
2) सूजन: ध्यान देने योग्य सूजन या सूजन।
3) गर्मी: छूने पर यह क्षेत्र गर्म महसूस हो सकता है।
4) दर्द: दर्द या कोमलता में वृद्धि, खासकर अगर यह समय के साथ खराब हो जाए।
5) स्राव: घाव से मवाद या अन्य तरल पदार्थ निकलना; यह पीला, भूरा या बादलदार हो सकता है।
6) गंध: घाव से आने वाली गंदी गंध।
7) देरी से ठीक होना: घाव उम्मीद के मुताबिक ठीक नहीं हो रहा है या बदतर होता जा रहा है।
8) बुखार: बीमारी या बुखार की सामान्य अनुभूति एक प्रणालीगत संक्रमण का संकेत दे सकती है।